शुक्रवार, 5 जनवरी 2024

मुंहासे होने के कारण लक्षण और उपचार

मुंहासे होने के प्रमुख कारण निम्नवत है 
 
अधिक तेलीय उत्पाद का इस्तेमाल  , फेस से धूल मिट्टी को ठीक से साफ ना करना ,  बार बार चेहरे को धोना, अधिक  मिठा खाना,तथा हार्मोनल परिवर्तन। इन सबके कारण मुंहासे होते है । साथ ही, स्वस्थ आहार का ना लेना , पर्याप्त पानी का ना  पीना, और नियमित रूप से त्वचा की सफाई न करने से भी मुंहासे हो सकते है।

आइए जाने कि मुहांसों से बचने के लिए हम क्या करें और क्या न करें -

अधिक तेलीय उत्पाद का उपयोग करने से बचें :-
 अधिक तेलीय उत्पाद का उपयोग करने से तेल त्वचा के अंदर रहकर रोम छिद्रों को ब्लाक कर देता है  और फिर मुंहासे होने लगेंगे।  चेहरे पर अधिक तेलीय उत्पादों का  प्रयोग करते है तो फेस पर  मुंहासे हों होने की सम्भावना बढ जाती है तथा हर समय चेहरे को धोने से भी या बार बार चेहरे को धोने से भी मुहांसे होने लगते है कोसिस करे कि चेहरे को बार बार ना धुले साथ ही अपने हाथ को भी बार बार चेहरे पर ना लगाये क्योकि हाथ को चेहरे पर बार बार लगाने से बहुत सारे वायरस हमारे चेहरे पर पहुंच जाते है जो मुहांसे पैदा कर सकते है 

बचाव के लिये आपको  अधिक उत्पादो से परहेज करना चाहिये साथ ही  नियमित रूप से चेहरे को फेसवास से धोना चाहिये  और पानी का पर्याप्त मात्रा में सेवन करके मुंहासे से बचा जा सकता है।

तेलीय त्वचा वाले लोग मुहांसो से कैसे  बचे ?
कम तेल वाले उत्पादों का प्रयोग करना चाहिए जिससे ।स्वास्थ्य वर्धक आहार का सेवन करे  , तेल व अचार  वाले खानपान से बचें। तथा पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर मुहांसों  से बचा जा सकता है l

अधिक मीठे भोज्य पदार्थों के सेवन से  भी मुंहासे  होते है ?
 अत्याधिक मीठा खाने से बचें स्वास्थ्य वर्धक आहार ले  जैसे कि फल, सब्जियां, और अंकुरित अनाज।साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिये , पानी आपके  त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है l तथा शरीर की चमक व कांति को भी बढाने का काम करता है प्रतिदिन कम से कम ८-१० गिलास पानी जरूर पिये 



हार्मोनल बदलाव  मुंहासों का सामान्य कारण हो सकता हैं, ?

विशेषकर  किशोरावस्था मे जब बालक या बालिका गुजर रहे होते है तो उनके शरीर मे बहुत से हार्मोनल बदलाव आते है जिस कारण से भी मुहांसे होने की सम्भावना बड्फ़्ह जाती है  साथ ही  गर्भावस्था, और पबर्टी के दौरान  भी मुहांसे होने के चांस होते है । हार्मोनल परिवर्तन  के कारण तेलीय ग्रंथिया अधिक सक्रिय हो जाती है  जिससे मुंहासे बढ़  होने की सम्भावना बढ जाती है 

सही दैहिक देखभाल:
नियमित रूप से चेहरे को धोना और स्वच्छ रखना हार्मोनल मुंहासों को कम करने में मदद कर सकता है।सही आहार:हार्मोनल स्तर को संतुलित रखने के लिए सही आहार का सेवन करें। फल, सब्जियां, और पूरे अनाज शामिल करें।पूर्ण नींद:सही समय पर पूरा नींद लेना भी हार्मोन स्तर को संतुलित रखने में मदद कर सकता है।
योग और प्राणायाम:योग और प्राणायाम का अभ्यास करना मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है, जिससे हार्मोनल बैलेंस हो सकता है।

अनियमित रूप से चेहरे को धोना -

भी मुंहासों का एक कारण हो सकता है। यदि आप चेहरे को नियमित रूप से धोने में लापरवाही करते हैं, तो त्वचा पर तेल, धूल, और मेकअप जमा हो सकता है, जिससे मुंहासे हो सकते हैं। यहां कुछ सुझाव हैं:

नियमित साफ़ी:

चेहरे को नियमित रूप से साफ़ करें, सुबह और रात को।मुलायम फेसवॉश का उपयोग:मुलायम फेसवॉश का उपयोग करें जो त्वचा को साफ़ करने में मदद करे और त्वचा को अतिरिक्त तेलों से मुक्त करें।ताजगी से पानी:

ठंडे पानी से चेहरे को धोना, खासकर गर्मियों में, मुंहासों को कम करने में मदद कर सकता है।

अल्कोहल-मुक्त टॉनर

अल्कोहल-मुक्त टॉनर का उपयोग करें, जो चेहरे की त्वचा को शांति देने में मदद कर सकता है।नामकीन पानी से धोना:हल्के नामकीन पानी से चेहरे को धोना त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकता

स्टेफाइलोकोकाई बैक्टीरिया के कारण 


स्टेफाइलोकोकाई बैक्टीरिया के कारण   भी  मुँहासे के लिए उत्तरदायी है। उष्णकटिबंधीय, उप-उष्णकटिबंधीय और दक्षिणी यूरोप के कुछ हिस्सों में पाई जाती है। यह संक्रमित मक्खियों द्वारा फैलता हैयह लीशमैनियासिस बीमारी के लिए उत्तरदायी है। यह एक परजीवी बीमारी है और उष्णकटिबंधीय, उप-उष्णकटिबंधीय और दक्षिणी यूरोप के कुछ हिस्सों में पाई जाती है। यह संक्रमित मक्खियों द्वारा फैलता है


मुहाँसे से बचने के लिये घरेलु उपाय 
 जड़ से खत्म करने के लिए पिंपल को  क्या करें?
चंदन पाउडर से करें मुहांसों का इलाज: चंदन पाउडर का इस्तेमाल करके चेहरे के मुहांसों का उपचार किया जा सकता है। एक चम्मच चंदन पाउडर में आधा चम्मच शहद और थोड़ा नीबू का रस मिलाकर चेहरे के मुंहासों पर लगाएं और उसे 10 मिनट तक चेहरे पर लगा रहने दें। दस मिनट बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो लेना चाहिये इस क्रिया से  आपको मुहांसों से निजात मिलेगी।

 ज्यादा पिंपल चेहरे पर हो तो क्या करना चाहिए?
7 घरेलू उपाय गर्मियों में पिंपल्स से घुटकारा पाने के लिए  यहां दिए गए हैं
  1. एलोवेरा का इस्तेमाल करे
  2.  हल्दी का इस्तेमाल करे 
  3.  नीम का इस्तेमाल
  4.  टीट्री ऑयल का इस्तेमाल
  5.  चंदन का इस्तेमाल
  6.  सेव के सिरके से 

  7. चंदन का इस्तेमाल करके 


मुंहासे हटाने के लिए क्या करना चाहिए?
बेसन (Besan) का इस्तेमाल  मुंहासे या एक्ने दूर करने के लिए किया जाता है. इसके लिए एक चम्मच बेसन में पानी मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें. इसे चेहरे पर लगाएं और 10 मिनट पर हल्के हाथों से मलते हुए धो लें. ऑयली स्किन से पिंपल हटाने के लिए यह नुस्खा बेहतरीन है.

चंदन के पेस्ट का इस्तेमाल 

पिंपल्स, एक्ने, फोड़ें-फुंसियों के ट्रीटमेंट के लिए किया जा सकता है। जो रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। साथ ही चंदन अपनी हीलिंग प्रोपर्टीज के लिए जाना जाता है इसमें एंटीऑक्सिडेंट अधिक होते हैं, , जो आपको  काले धब्बे,निशान, से छुटकारा पाने में मदद कर सकता है।

बैंजोइल पैरोक्साइड से खत्म करे मुहांसे के वैक्टीरिय 
बैंजोइल पैरोक्साइड घटक मुँहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मार देता  है, अतिरिक्त तेल  त्वचा से हटाने में भी काम करता  है जो छिद्रों को बंद कर सकती हैं ऐसी  मृत त्वचा कोशिकाओं को  निकालने का भी काम करता है, । बेंज़ोयल पेरोक्साइड 2.5% से 10% तक की क्षमता में उपलब्ध हैं उत्पाद जिन्हें आप डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बिना खरीद सकते हैं।
अस्वीकारण: यह पूरा आर्टिकल एक सामान्य  जानकारी प्रदान करता है. तथा सेहत का राज ब्लोग किसी भी प्रकार का दावा पेश नही करता है आप किसी भी प्रकार से आर्टिकल मे दी  गयी जानकारी को किसी विषेशज्ञ या चिकित्सक से परामर्श  के बाद ही प्रयोग करे...
  धन्यवाद

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