सेहत । अच्छी सेहत के लिए कुछ सरल नुस्खे । Sehat । Some simple tips for good health
सेहत किसे कहते है ? सेहत
और स्वास्थ्य
सेहत को शारीरिक, मानसिक
और सामाजिक कल्याण की स्थिति कहा जाता है। यह एक संपूर्ण शारीरिक, मानसिक
और सामाजिक क्षमताओं का संतुलित होना है जो व्यक्ति को उसके प्राकृतिक क्षमताओं का
उपयोग करने में सक्षम बनाता है। सेहत को अच्छे तौर पर समझा जाता है जब व्यक्ति
शारीरिक रूप से स्वस्थ, मानसिक रूप से स्थिर और संतुलित तथा
सामाजिक रूप से समर्थ होता है। इसका मतलब है कि उसका शारीरिक स्थिति अच्छी होती है, उसका
मानसिक स्वास्थ्य स्थिर होता है, और वह सामाजिक रूप से भी अपने आसपास के
लोगों के साथ संवाद में रहता है।
सेहत के विभिन्न प्रकार होते हैं, जिन्हें निम्नलिखित रूपों में वर्गीकृत
किया जा सकता है:
शारीरिक सेहत (Physical Health):
शारीरिक सेहत उस अवस्था को दर्शाती है
जिसमें व्यक्ति के शारीरिक क्षमताएँ, सामर्थ्य
और स्वास्थ्य परिमाण उत्तम होता है। यह आहार, व्यायाम, नींद, हानिकारक
पदार्थों से बचाव और नियमित चेकअप के माध्यम से बनाए रखने के साथ जुड़ा होता है।
मानसिक सेहत (Mental Health): मानसिक सेहत व्यक्ति के मानसिक और
भावनात्मक क्षमताओं को दर्शाती है। यह व्यक्ति के मनोविकारों, तनाव, चिंताओं, और आत्मसम्मान को संतुलित रखने में मदद
करता है। मानसिक सेहत को संतुलित रखने के लिए मेडिटेशन, योग, संघर्ष
संबंधी दक्षता, और सहयोगी
सामाजिक वातावरण की आवश्यकता होती है।
सामाजिक सेहत (Social Health): सामाजिक सेहत व्यक्ति के समाज में उसके
संबंधों,
सम्पर्कों, और सामाजिक संवादों को दर्शाती है।
इसमें परिवार, मित्र, समुदाय, और
समाज के साथ संवाद और संबंधों का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
आत्मिक सेहत (Spiritual
Health): आत्मिक सेहत
व्यक्ति के आंतरिक शांति, स्थिरता, और आत्म-परिचय को दर्शाती है। यह
व्यक्ति के जीवन के उद्देश्य और मूल्यों के साथ संवाद में रहने की क्षमता को
बढ़ाता है। ध्यान, प्रार्थना, और आध्यात्मिक अध्ययन इसके लिए महत्वपूर्ण
हो सकते हैं।
ये चारों प्रकार के स्वास्थ्य
संपूर्णता का एक आदर्श प्रतिनिधित्व करते हैं, और
एक व्यक्ति को समृद्ध और संतुलित जीवन जीने में मदद करते हैं।.
सेहत को विभिन्न भाषाओं में नाम
निम्नलिखित हैं: सेहत meaning in English ?
अंग्रेज़ी: Health
हिंदी: स्वास्थ्य
स्पेनिश: Salud
फ्रेंच: Santé
चीनी (मैंंडेरिन): 健康 (Jiànkāng)
अरबी: صحة (Sihha)
रूसी: Здоровье (Zdorov'ye)
जर्मन: Gesundheit
पोलिश: Zdrowie
इतालवी: Salute
सेहत meaning
"सेहत" शब्द का अर्थ होता है
"शारीरिक और मानसिक स्थिति जिसमें किसी व्यक्ति या जीव का शरीर और मानसिकता
होती है।" एक अच्छी सेहत का अर्थ है कि शरीर और मन दोनों स्वस्थ हों और
व्यक्ति दिनचर्या को सहनीय रूप से पूरा कर सके। सेहत के आधार पर व्यक्ति अपनी
दिनचर्या को अनुकूलित करता है, सामाजिक
और पारिवारिक कार्यों में भागीदारी करता है, और
अपने जीवन की खुशहाली को बनाए रखने के लिए उत्साही रहता है। इसलिए, सेहत को ध्यान में रखकर एक व्यक्ति
अपने जीवन को संतुलित, सुखमय और उत्तम
बनाता है।
अच्छी
सेहत किसे कहते है ? अपनी
सेहत की देखभाल, स्वास्थ्य और सेहत
अच्छी सेहत को वह स्थिति कहा जाता है
जिसमें व्यक्ति का शारीरिक, मानसिक, और सामाजिक रूप से संतुलित होना। इसमें
शारीरिक क्षमता, ऊर्जा, और स्थिरता होती है, साथ ही मानसिक स्थिति पॉजिटिव और
आत्मनिर्भर होती है और सामाजिक संबंधों में सकारात्मक भूमिका निभाता है। इसे अच्छी
सेहत कहा जाता है क्योंकि व्यक्ति इस स्थिति में रहकर अपने दैनिक जीवन के कार्यों
को सहजता से संपन्न कर सकता है, रोगों
से बचाव कर सकता है, और सकारात्मक
जीवनशैली अपना सकता है।
खराब सेहत किसे कहते है
खराब सेहत को वह स्थिति कहा जाता है
जिसमें व्यक्ति का शारीरिक, मानसिक, या सामाजिक रूप से संतुलित नहीं होता।
यह व्यक्ति को ऊर्जा, चुस्ती, और सकारात्मकता से वंचित कर देती है।
खराब सेहत के कारण व्यक्ति अपने दैनिक कार्यों को सही ढंग से संपन्न नहीं कर पाता, उसकी स्थिति में चिंता, तनाव, या
दुखी मानसिकता होती है, और उसके सामाजिक
संबंध भी प्रभावित हो सकते हैं।
खराब सेहत की कई प्रकार हो सकती हैं, जैसे कि विभिन्न रोगों, अनियमित आहार और व्यायाम के कारण, आदि। इस स्थिति में व्यक्ति को
चिकित्सकीय सहायता, देखभाल, और ध्यान की आवश्यकता होती है ताकि वह
फिर से स्वस्थ और संतुलित हो सके।
सेहत के लाभ अनगिनत हैं और कुछ मुख्य
लाभ निम्नलिखित हैं:
ऊर्जा और चुस्ती: अच्छी सेहत वाले
व्यक्ति को अधिक ऊर्जा और चुस्ती मिलती है, जिससे
वह अपने दैनिक कार्यों को अच्छे ढंग से संपन्न कर सकता है।
रोगों से बचाव: सेहतमंद व्यक्ति रोगों
से बचाव कर सकता है क्योंकि उनका शारीरिक प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होता है।
उच्च समर्थता: सेहतमंद व्यक्ति की
शारीरिक और मानसिक समर्था बढ़ती है, जिससे
उसका कार्य करने की क्षमता बढ़ती है।
उच्च जीवन गुणवत्ता: सेहतमंद व्यक्ति
का जीवन अधिक संतुलित, संयंत्रित, और आनंदमय होता है।
आत्म-विश्वास: सेहतमंद व्यक्ति का
आत्म-विश्वास बढ़ता है, जिससे वह अपने
लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफलता प्राप्त कर सकता है।
दिल की सेहत: नियमित व्यायाम और स्वस्थ
आहार के कारण सेहतमंद व्यक्ति का हृदय स्वस्थ रहता है, जिससे उसे हृदय संबंधी समस्याओं से
बचाव होता है।
विपणन की गुणवत्ता: सेहतमंद व्यक्ति की
त्वचा,
बाल, और
नाखूनों की सुन्दरता और स्वास्थ्य संरक्षित रहती है।
दिमाग का विकास: सेहतमंद शारीरिक और
मानसिक स्थिति से उच्च शिक्षा और कैरियर के क्षेत्र में उत्कृष्टता की प्राप्ति
होती है।
खराब सेहत की कई हानियाँ हो सकती हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:
कमजोरी: खराब सेहत वाले व्यक्ति की
शारीरिक क्षमता कमजोर होती है, जिससे
उसे अधिक थकावट महसूस होती है और वह अपने दैनिक कार्यों को सही ढंग से संपन्न नहीं
कर पाता है।
रोगों का संक्रमण: खराब सेहत वाले
व्यक्ति की प्रतिरक्षा शक्ति कमजोर होती है, जिससे
उसे अन्य व्यक्तियों से संक्रमित होने का जोखिम बढ़ जाता है।
आत्म-विश्वास की कमी: खराब सेहत वाले
व्यक्ति को आत्म-विश्वास की कमी महसूस होती है, जिससे
वह अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में कठिनाई महसूस करता है।
मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं: खराब
सेहत के कारण व्यक्ति में चिंता, तनाव, और दुखी मानसिकता हो सकती है, जिससे उसके मानसिक स्वास्थ्य पर
नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं।
कार्यक्षमता में कमी: खराब सेहत वाले
व्यक्ति की कार्यक्षमता में कमी होती है, जिससे
उसका उत्पादकता स्तर गिरता है और उसे समय पर कार्य सम्पन्न करने में कठिनाई होती
है।
विपणन की कमी: खराब सेहत के कारण
व्यक्ति की त्वचा, बाल, और नाखूनों की समस्याएं हो सकती हैं, जो उसके विपणन की गुणवत्ता को प्रभावित
कर सकती हैं।
दिल की समस्याएं: खराब सेहत के कारण
व्यक्ति को हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे
कि उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, और अन्य संबंधित रोग।
सेहत कैसे बनाएं ? सेहत
का राज
सेहत को बनाए रखने के लिए निम्नलिखित
तरीके अनुसरण किए जा सकते हैं:
नियमित व्यायाम: प्रतिदिन नियमित
व्यायाम करना बहुत महत्वपूर्ण है। यह शारीरिक तौर पर फिट रहने के साथ-साथ मानसिक
स्वास्थ्य को भी सुधारता है।
स्वस्थ आहार: सही पोषण वाला आहार खाना
खाना बहुत जरूरी है। यह फल, सब्जियां, अनाज, दालें, प्रोटीन, और
हरे पत्ते शामिल करता है। अधिक प्राकृतिक और अंडर-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का
सेवन करना चाहिए।
नियमित चेकअप: नियमित चेकअप और डॉक्टर
की सलाह लेना बहुत जरूरी है। इससे संभावित समस्याओं को पहचानने और उन्हें शीघ्र
इलाज करने में मदद मिलती है।
पर्यावरण स्वच्छता: साफ और स्वच्छ
पर्यावरण में रहना भी सेहत के लिए महत्वपूर्ण है। धूल, धुएं, और
प्रदूषण से बचना चाहिए।
नियमित नींद: प्रतिदिन की नींद की अवधि
को पूरा करना बहुत महत्वपूर्ण है। नियमित और पर्याप्त नींद लेना शारीरिक और मानसिक
स्वास्थ्य को संतुलित रखने में मदद करता है।
तंबाकू और नशे का त्याग: तंबाकू और
अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करना सेहत के लिए हानिकारक होता है। इससे विभिन्न
स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
स्थायित्व और संतुलन: अपने जीवन में
स्थायित्व और संतुलन बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है। यह स्थिति से तनाव को कम करता है
और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है।
सेहत का खराब होना कई कारणों से हो
सकता है,
जिनमें से कुछ मुख्य हैं:
अन्य रोगों का संक्रमण: वायरस, बैक्टीरिया, फंगस, या
पैरासाइट्स के संक्रमण के कारण व्यक्ति की सेहत खराब हो सकती है।
अनियमित आहार और व्यायाम: अनियमित और
असही आहार लेना, अपर्याप्त
व्यायाम करना, और अधिक बैठे
रहना सेहत को बिगाड़ सकते हैं।
विषाक्त पदार्थों का सेवन: तंबाकू, अधिक शराब, और अन्य विषाक्त पदार्थों का अधिक सेवन
करना सेहत को बिगाड़ सकता है।
तनाव: लम्बे समय तक तनाव में रहना और
मानसिक परेशानियों का सामना करना भी सेहत को प्रभावित कर सकता है।
अनियमित नींद: अनियमित नींद लेना, अधिक या कम समय तक सोना भी सेहत को
बिगाड़ सकता है।
आदर्श हालतों का अभाव: नियमित चेकअप न
करना और नियमित व्यायाम न करना आदि, इस
प्रकार के अन्य आदर्श हालतों का अभाव भी सेहत को प्रभावित कर सकता है।
सेहत के लिये । सेहत बनाने के लिए सही आहार बहुत महत्वपूर्ण है। निम्नलिखित आहार तत्वों को अपने आहार में शामिल करने से आप अपनी सेहत को सुधार सकते हैं:
प्रोटीन: धूल में भरपूर प्रोटीन की
स्रोत होना चाहिए। मांस, मछली, अंडे, दालें, पनीर, सोया, और दही प्रोटीन की अच्छी स्रोत हैं।
फल और सब्जियां: फल और सब्जियां भी
सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। ये विटामिन, मिनरल्स, और आंतों के लिए अच्छे स्रोत होते हैं।
अनाज: अनाज जैसे कि चावल, गेहूं, जौ, और ओट्समील भी आपको पोषण प्रदान करते
हैं और शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाते हैं।
दूध और दैहिक पदार्थ: दूध, दही, पनीर, और अन्य दैहिक पदार्थ भी सेहत के लिए
महत्वपूर्ण होते हैं। ये कैल्शियम, प्रोटीन, और अन्य आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते
हैं।
संतुलित आहार: आपके आहार में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, विटामिन्स, और मिनरल्स का संतुलित मिश्रण होना
चाहिए।
अजीब से नहीं खाना: अधिक तेलीय और
मसालेदार खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें। भारी भोजन और जंक फूड से बचें।
पानी: प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में
पानी पीना बहुत महत्वपूर्ण है। यह आपके शरीर के विषाणुओं को बाहर निकालता है और
शरीर को साफ और हेल्दी रखने में मदद करता है।
अधिकतम फाइबर वाले खाद्य पदार्थ: फाइबर
युक्त आहार को खाना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पाचन को सुधारता है, अधिकतम वसा को कम करता है, और सेहत को बनाए रखने में मदद करता है।
सही आहार तत्वों के साथ सेहत के लिए
बुरे प्रभाव का कोई रिश्ता नहीं होता है, लेकिन
कुछ आहार तत्व हैं जो अधिक मात्रा में खाने से सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
यहाँ कुछ ऐसे आहार तत्व हैं जिन्हें अधिकतम मात्रा में सेवन करना अच्छा नहीं होता
है:
जंक फूड: जंक फूड जैसे कि चिप्स, फ्रेंच फ्राइज, बर्गर, पिज्जा, और स्नैक्स में अधिक मात्रा में तेल, शक्कर, और
अधिक नमक होता है, जो सेहत के लिए
नुकसानदायक हो सकता है।
प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ: उच्च चिकनी
मांस,
प्रोसेस्ड ब्रेड, स्नैक्स, और
प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में अधिक मात्रा में आवश्यक पोषक तत्वों का कमी होता है
और वे अधिक फैट, शक्कर, और अधिक कैलोरी प्रदान करते हैं।
अधिक शक्कर: अधिक मात्रा में शक्कर और
शर्करा वाले आहारों का सेवन करना वजन बढ़ाने, डायबिटीज, हृदय रोग, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन
सकता है।
अधिक तेलीय खाद्य: अधिक मात्रा में
तेलीय खाद्य खाने से हृदय रोग, अधिक
वजन,
और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती
हैं।
प्रोसेस्ड ब्रेड और बेकरी पदार्थ: अधिक
मात्रा में मैदा और रंगीन मैदा वाले आहारों का सेवन करना सेहत के लिए अच्छा नहीं
होता है,
क्योंकि यह अधिक कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट्स, और शक्कर प्रदान करता है।
सेहत की जांच को नियमित रूप से कराना
बहुत महत्वपूर्ण है ताकि संभावित समस्याओं को पहचाना और समय रहते इलाज किया जा
सके। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण सेहत की जांचों के आवश्यक समय के बारे में जानकारी है:
सामान्य चेकअप: एक सामान्य चेकअप को
साल में कम से कम एक बार कराना चाहिए। इसमें रक्तचाप, वजन, ग्लाइकोलिक
इंडेक्स,
चेकअप टेस्ट, और अन्य जाँचें शामिल होती हैं।
रक्त जाँच: रक्त जाँच को साल में कम से
कम एक बार कराना चाहिए। यह हेमोग्लोबिन, लिपिड
प्रोफाइल, और अन्य रक्त
परीक्षण शामिल करता है।
डेंटल चेकअप: दांतों की जाँच को साल
में कम से कम दो बार कराना चाहिए।
आंतरिक डॉक्टर की सलाह: अधिक उम्र के
लोगों को अपने डॉक्टर के साथ नियमित रूप से आंतरिक जाँच कराना चाहिए। यह अंतरिक
ऑर्गनों की जाँच और मानसिक स्वास्थ्य की समीक्षा को शामिल करता है।
विशेष जाँचें: अपने उम्र के हिसाब से
विशेष जाँचें भी करानी चाहिए, जैसे
कि मामला जाँच (प्रोस्टेट, स्त्री
गर्भाशय,
आदि), ममोग्राम, आंतरिक डॉक्टर की सलाह के अनुसार।
अन्य जाँचें: अन्य जाँचें भी करानी
चाहिए जैसे कि आंत्र में जाँच, नेत्र
जाँच,
और अन्य स्पेशलिटी जाँचें।
सेहत दिवस को विभिन्न देशों में
विभिन्न दिनों पर मनाया जाता है। यह साल में अलग-अलग तिथियों पर आयोजित किया जाता
है और इसका मुख्य उद्देश्य सेहत को महत्व देना और लोगों को सेहत के महत्व के बारे
में जागरूक करना है।
भारत में, "सेहत दिवस" का आयोजन 7 अप्रैल को किया जाता है। इस दिन कई
शैक्षिक और सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें सेहत से जुड़ी जानकारी, कैंप्स, जांच
आदि शामिल होते हैं।
अन्य देशों में भी सेहत दिवस की
अलग-अलग तारीखें होती हैं, जैसे
कि विश्व सेहत दिवस को 7 अप्रैल को मनाया
जाता है।
संतुलित भोजन में विभिन्न पोषक तत्वों
को सही मात्रा में शामिल किया जाता है ताकि शारीर को सभी आवश्यक पोषक तत्व मिल
सके। निम्नलिखित उपादान संतुलित भोजन में शामिल होते हैं:
प्रोटीन: अंडे, मांस, मछली, दालें, पनीर, सोया प्रोटीन की अच्छी स्रोत हैं।
कार्बोहाइड्रेट्स: अनाज (चावल, गेहूं, जौ), दालें, रोटी, नूडल्स, और
आलू आदि कार्बोहाइड्रेट्स की अच्छी स्रोत हैं।
फल और सब्जियां: फल और सब्जियां फाइबर, विटामिन्स, और मिनरल्स की अच्छी स्रोत हैं।
दूध और दैहिक पदार्थ: दूध, दही, पनीर, और छाछ आदि कैल्शियम, प्रोटीन, और
विटामिन D की अच्छी स्रोत
हैं।
अन्य पोषक तत्व: तेल, तेलीय बीज, खजूर, खरबूजा, नट्स, और
अन्य स्रोत जैसे कि खासकर विटामिन्स, मिनरल्स, और फाइबर की सही मात्रा प्रदान करते
हैं।
सामान्य व्यक्ति का डाइट चार्ट
निम्नलिखित प्रकार का हो सकता है। कृपया ध्यान दें कि यह एक सामान्य रूपरेखा है और
व्यक्तिगत आवश्यकताओं और विचारों के अनुसार इसमें परिवर्तन किया जा सकता है।
सुबह:
पानी: उठते ही गर्म पानी पीना शुरू
करें।
नाश्ता:
फल या फलों का जूस
सेवन करें: ओट्स, डालिया, या
अन्य संग्रहीत अनाज
तापमान भोजन:
दो चपाती / रोटी (गेहूं की) या एक
कटोरा चावल (ब्राउन)
एक कटोरा दाल
एक कटोरा सब्जी (हरी सब्जियां, शाकाहारी सब्जियां, दालियां आदि)
एक कटोरा दही (नॉन-फैट)
एक कटोरा सलाद
दोपहर का नाश्ता:
दो पोर्टीन के स्रोत (दही, पनीर, मुंगफली, सोया टिक्का आदि)
एक स्लाइस ब्राउन ब्रेड या मल्टीग्रेन
ब्रेड
एक फल
शाम का नाश्ता:
फलों का सलाद या फल चाट
चाय या कॉफी (अगर चाहें तो)
आलू चिप्स या विशेष बिस्कुट (अगर चाहें
तो)
रात्रि:
एक कटोरा सब्जी (हरी सब्जियां, शाकाहारी सब्जियां, दालियां आदि)
दो चपाती / रोटी (गेहूं की) या एक
कटोरा चावल (ब्राउन)
एक कटोरा दही (नॉन-फैट)
एक कटोरा सलाद
अंतरिक्ष खाने का समय:
नाश्ता और शाम का नाश्ता के बीच में
कुछ फल या नॉन-फैट दही या दालियां खाएं।
ध्यान दें:
अधिक पानी पिएं: दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना अनिवार्य है।
नाश्ता, दोपहर
का नाश्ता, और रात का
नाश्ता को समय पर खाएं।
स्नैक्स में अधिक से अधिक फल, दही, और
नारियल पानी का सेवन करें।
अधिकतम तेल, चीनी, और
अतिरिक्त चीनी वाले खाद्य पदार्थों का सेवन रोकें।
नियमित रूप से व्यायाम करें।