गुरुवार, 4 जनवरी 2024

गैस का घरेलू इलाज

आप के भी पेट में  गैस  बन रही है 
तो यह आपको सावधान हो जाने का समय है 
और समय रहते आपको इस समस्या से जागरूक हो जाने और इलाज कराके छुटकारा पाने की जल्द से जल्द जरूरत है नहीं तो आने वाले समय में आपको बहुत  सारी बीमारियां लग  जाएंगी और जीवन में सब कुछ होते हुए भी आप उसका आनंद  इस जीवन में नहीं ले पाएंगे l

आइए जाने पेट में  गैस क्यों बनती है ?

सबसे पहले हमें यह जानना होगा कि पेट में गैस क्यों बनता है तो इसके जब हम मूल में जाते हैं हमें पता चलता है कि जब हमारे लीवर सही कार्य कर रहे होते  है पेट साफ हो रहा है तो हमें किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होती और न हीं हमारे पेट में गैस बनता है लेकिन जब पेट में गैस बनने लगता है तो हमारा पेट साफ भी नहीं होता और हमें कब्ज की हमेशा शिकायत रहती है पेट में  गुड़ गुड  की आवाज भी होती है पेट भरा हुआ लगता है इससे हमें पता चलता है कि हमारे पेट में गैस बन रहा है यह आपके शुरुआती लक्षण है

आपके पेट में गैस तब बनता है जब आपका लीवर सही से कार्य नहीं कर पाता अर्थात लीवर का कमजोर हों जाना l

लीवर कमजोर क्यों होता है ?

लीवर के कमजोर होने का सबसे महत्वपूर्ण कारण है लीवर को अधिक कार्य दे देना या अधिक मात्रा में भोजन कर लेना साथ ही अधिक मसाले तथा चिकनाई युक्त या वसायुक्त भोजन का ग्रहण करना इससे लीवर पर अनावश्यक लोड पड़ता है और लीवर धीरे-धीरे अपनी कार्य करने की क्षमता को खो देता है यही से शुरुआत होता है पेट में गैस बनने की क्रिया का ?
लीवर कमजोर होने पर क्या करें ?
अगर आपका लीवर कमजोर हो गया है आप उसे फिर से सही क्रिया में ले आना चाहते हैं तो लीवर के ऊपर अनावश्यक भार ना डाले भोजन को  थोड़ा-थोड़ा करके कुछ समय अंतराल पर करें जब आपको भूख लगे तभी खाएं जब भूख नहीं है तो अनावश्यक  खाने से बचें साथ ही मसाले युक्त तथा वसायुक्त चीजों को खाने से बचें सबसे महत्वपूर्ण चीज है कार्बोहाइड्रेट के साथ अपने भोजन में फाइबर का  अधिक इस्तेमाल करें जिससे आपका लीवर अधिक समय तक भरा हुआ महसूस हो तथा आपके फाइबर युक्त भोजन करने से फाइबर के रेसे आपके पेट को साफ करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं तो हमें अपने भोजन में अधिक से अधिक फाइबर को इस्तेमाल करना है 

फाइवर के श्रोत -
फाइबर का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत होता है  साबुत साबुत अनाज जैसे अंकित चना ,गेंहू  रोटी, सेम ,मटर ,फल ,हरी सब्जियां मसूर सब्जियां जो खाए जा सके उसे हम अपने सलाद के रूप में भोजन के साथ ले सकते हैं साथ ही चोकर युक्त आटे का इस्तेमाल करें मोटे अनाज का इस्तेमाल करें दलिया वगैरह का इस्तेमाल करें यह सब आपके लीवर के लिए सबसे महत्वपूर्ण तत्व हैं जिससे आपके लीवर पर लोड कम पड़ता है और आपका लीवर सही तरीके से कार्य पूर्व अवस्था में लौट कर आपके होने वाली समस्याओं से निजात दिला सकता है l

उम्र के साथ भोजन में करे बदलाव -
हमें अपनी उम्र के साथ भोजन में भी बदलाव करना होता है अगर हम भोजन में बदलाव नहीं करेंगे तो हमें इन सारी समस्याओं से रूबरू होना पड़ेगा

हम जब किशोरावस्था में होते हैं अर्थात लगभग १२ वर्ष से लेकर 20 वर्ष की उम्र तक   हम जितना भी तेल मसाले या फैट वाली चीज लेते हैं सब हमारी बॉडी ग्रो होने में खर्च हो जाता है तो उसका हमारे बॉडी पर कोई बेड इफेक्ट नहीं पड़ता कभी-कभी ज्यादा इस्तेमाल करने से अति पोषण होने से मोटापा बढ़ जाता है जो की हानिकारक है इस पर भी ध्यान देने की बहुत जरूरत है आज के समय में ग्लोबल वार्मिंग के वजह से बच्चों की लंबाई कम बढ़ रही है लेकिन मोटापा अधिक बढ़ रहा है यह एक बहुत महत्वपूर्ण कारक है जो की फास्ट फूड का अधिक इस्तेमाल करने के कारण होता है
जब हमारी उम्र 20 से 40 वर्ष के बीच होती है तो हम सभी चीजों का अधिक से अधिक इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि वह हमारी युवावस्था होती  है जो कुछ भी हम खाते पीते हैं हम अपने करियर बनाने के मार्ग में जो कार्य करते हैं उसमें अधिक से अधिक हमें एनर्जी प्राप्त करने की जरूरत होती है तो हमारी एनर्जी जितना भी हम लेते हैं लगभग सब खर्च होता चला जाता है इसलिए हमें तेल मसाले वसा की चीजों का मैक्सिमम इस्तेमाल 40 की उम्र तक ही करना चाहिए उसके बाद हमें सावधान होने की जरूरत है
40 की उम्र के बाद अगर हम अधिक तेल मसाले का इस्तेमाल करते हैं तो हमारे धमनियों में जाकर कोलेस्ट्रॉल के रूप में वह जमा होता है जिससे हमें बाद में हार्ट अटैक आने संबंधी बीमारियां साथ ही शुगर संबंधी बीमारियां और बहुत सारे हमारे बॉडी पर बेड इफेक्ट पड़ सकते हैं जैसे कि हमारे लीवर पर ही प्रभाव पढ़ना जिससे गैस बनने की समस्या हो जाती है इस तरीके से अगर हम देखते हैं तो हमारे खान-पान के वजह से यह सारी बीमारियां पैदा होती हैं यह कोई रोग नहीं होता बल्कि अगर हम अपने खान-पान में सुधार कर ले तो हम गैस जैसे रोग से छुटकारा प्राप्त कर सकते हैं

आखिर कैसे पेट के गैस से निजात पाए ?

आयुर्वेदिक घरेलू इलाज 

पेट के गैस से निजात पाने के लिए हम आपको कुछ सलाह दे रहे हैं अगर आप इन सलाह का इस्तेमाल करते हैं तो आप जरूर छुटकारा प्राप्त कर सकते हैं

१ - आंवला का चूर्ण  १००  ग्राम , काला नमक 10 ग्राम  जीरा 10 ग्राम , सौंफ 10 ग्राम बबुल का पत्ता 20ग्राम,  हरड 50 ग्राम सभी को एक साथ को  कूट लेने के बाद मिक्स कर ले मिक्स करने के बाद शाम को सोते समय भोजन करने के बाद एक गिलास गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच पाउडर का इस्तेमाल करें इससे आपको दो से तीन दिन में ही राहत मिलना शुरू हो जाएगा इस फार्मूले का लगभग 15 दिन तक इस्तेमाल कर लेने से  आपको छुटकारा मिल जाएगा l

२- त्रिफला चूर्ण जिसमें आवाला 100 ग्राम हरण 100 ग्राम बहेड़ा 100 ग्राम तीनों को एक साथ कूट ले कूट लेने के बाद शाम को सोते समय गुनगुना पानी के साथ आधा चम्मच इस पाउडर का इस्तेमाल करें इसका लगभग 1 महीने तक सेवन करने से आपको गैस से छुटकारा प्राप्त हो सकता है l

३- गैस को जड़ से खत्म करने के लिए इस ठंडी के मौसम में बड़े लाल पके हुए टमाटर ले निचले भाग को थोड़ा सा काटकर उसमें काला नमक डालकर कंडी की आग पर उसे रख दें गर्म हो जाने के बाद बासी मुंह ही ब्रश करने के बाद आप उसे टमाटर को खा लें यह क्रिया लगभग 2 महीने तक लगातार करने से गैस से हमेशा के लिए आप छुटकारा प्राप्त कर लेंगे यह अजमाया हुआ नुस्खा है 

यह तीनों नुस्खे ही आपके लिए रामबाण साबित होंगे अगर आप इनका इस्तेमाल करते हैं तो आप इस गैस जैसी गंभीर बीमारी से बच जाएंगे और आने वाले बहुत सारी बीमारियों से आप अपने आप को बचा लेंगे ?

निष्कर्ष 
उपरोक्त  बताए गए अनुभव से जो जानकारी दी गई है आपके काम के लिए है आप इसे अपने पेट संबंधित गैस की बीमारी से निजात पा सकते हैं आप इसे एक बार आजमा कर देखें बहुत दवा कर चुके होंगे आपको उससे छुटकारा नहीं मिल रहा है लेकिन आपके घर में आपके किचन में सारी चीज मौजूद हैं तो इसका इस्तेमाल करके एक बार जरूर देखें l

आपको जानकारी  पसंद आयी होगी
हमे ऐसा आशा नहीं बल्कि पूर्ण  विश्वास है 

आपने अपना अमूल्य समय निकालकर इस लेख को पढ़ा , इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद
   

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें