दाद से हमेशा के लिए छुटकारा कैसे पाएं ? अपनायें 10 घरेलू उपाय ?
दाद रोग का परिचय ? Introduction to ringworm
दाद , खुजली एक ( रिंगवॉर्म ) फंगल संक्रमण द्वारा होता है दाद में अधिक खुजली एवं जलन होती है तथा स्कीन के ऊपर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलने वाला रोग है दाद जानवरों से भी व्यक्तियों में संक्रमित होता है,उपचार के अभाव में तेजी से त्वचा पर बड़े चक्कतों के रूप में फैलने लगता है साथ ही दाद रोग में जलन एवं खुजली होती है जिससे व्यक्ति खुजलाते-खुजलाते परेशान होते हैं इसीलिए इसको खुजली वाला रोग भी कहा जाता है ?
रिंगवार्म (फंगस या कवक ) के प्रकार ? Types of Ringworm (Fungus)
दाद कितने प्रकार के होते है
दाद जिस रिंगवार्म ,फंगल से फैलता है उसकी लगभग 40 प्रजातिया पायी जाती है जो कवक दाद रोग फैलाने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है, दाद खाज फैलाने वाले कवक या फंगल मुख्य रूप से निम्नवत है
१) ट्राइकोफाइटन,
२) माइक्रोस्पोरम
३) एपिडर्मोफाइटन,
दाद का विभिन्न भाषाओं मे नाम –
अंग्रेजी – ringworm
पंजाबी – ਦਾਦ ਦੀ ਬਿਮਾਰੀ
तमिल- ரிங்வோர்ம் நோய்
गुजराती – દાદ રોગ
मराठी – दाद रोग
तेलगु – రింగ్వార్మ్ వ్యాధి
अरबी – مرض السعفة
बंगला - দাদ রোগ
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दाद होने का मुख्य कारण क्या है? दाद कौन सा संक्रमण है?
दाद रोग का संक्रमण आमतौर पर बच्चों में फंगस वाली वस्तुओं को लेने- देने या साझा करने अधिक फैलता है कभी-कभी मनुष्य का जानवर के साथ संपर्क होने पर कवक या फंगस मनुष्य में प्रवेश कर जाते हैं जिससे दाद होने के चांसेस बढ़ जाते हैं खास तौर पर बिल्ली और कुत्ते रिंगवार्म कवक या को फैलाने के मुख्य वजह है लेकिन अन्य जानवरों को भी और कवक को फैलाने का स्रोत माना जाता है घास खाने वाले जानवर मुख्य रूप से कवक फैलाने के लिए सहायक होते हैं जिससे दाद खाज रोग होने के चांसेस ज्यादा या ज्यादा संभावना होती हैं ,
दाद किसकी कमी से होता है?
दाद साफ- सफाई की कमी से फैलने वाला रोग होता है
दाद कितने समय तक रहता है?
दाद अधिकतर मामले मे 3 से 5 सप्ताह तक रहता है, तथा कभी- कभी इलाज के अभाव मे ज्यादा समय तक संक्रमण बना रह सकता है,
दाद के लक्षण (Ringworm of Symptoms )
समान्यतः दाद के लक्षण क्या है ? जननांग दाद के लक्षण? अकाल दाद के लक्षण? औरतों मे दाद के लक्षण ? पैर मे दाद के लक्षण ?
दादा का मुख्य लक्षण खुजली होना है साथ ही जहां पर खुजली होती है वहां पर त्वचा सफेद हो जाती है साथ ही गोल चकत्ता के रूप में दिखाई देता है चकत्ते के बाहरी किनारो पर लाल रंग की ऊपरी हुई त्वचा हो जाती है जिससे चकत्ता लाल रंग का दिखाई देता है साथ ही इस स्थान में जलन भी होती है, जननांग में दाद के लक्षण पैर में दाद के लक्षण, अकाल दाद के लक्षण,महिलाओं में दाद के लक्षण, औरतों में दाद के लक्षण सामान्यतः ऊपर बताए गए लक्षण अनुसार ही होते हैं उनमें अलग से कोई सिम्टम्स नहीं दिखाई देते हैं,
दाद की दवा ? दाद दूर करने के घरेलू उपाय | दाद रोग का इलाज ?
1- लहसुन से दाद का इलाज -
लहसुन को पीसकर, फिर उसमें नारियल के तेल की कुछ बूदें डालकर इसे पेस्ट बना ले फिर संक्रमित जगह पर लगाएं और करीब 2 घंटे के लिए छोड़ दें और फिर आप इसे धो सकते हैं। दाद वाली खुजली के उपचार में भी इसे आजमा सकते हैं। दाद, खाज, खुजली, फंगल संक्रमण में लहसुन का सेवन ही नहीं, उसके तेल का इस्तेमाल भी काफी फायदेमंद है। प्रभावित जगह पर एंटीबैक्टीरियल लहसुन का तेल लगाने से आराम मिलता है। लहसुन की दो कलियां पीसें। इसमें एक छोटा चम्मच हल्दी मिलाकर क्रीम बना लें।और प्रभावित स्थान पर लगाकर छोड दीजिये 2 घण्टे बाद साफ पाने से धो लिजिये ,
2- दाद खाज खुजली की दवा है सरसों के बीज (Musturd Oil: Home Remedy to Treat Ringworm in Hindi)
सरसों के बीज को सर्वप्रथम आपको 1 घण्टे तक पानी मे भीगो देना है तत्पश्चात बीज को पानी मे से निकालकर छान लेना है,पुन सिल बट्टे से महीन सा पीसकर उबटन बना लेना है , फिर आपको दाद से प्रभावित स्थान पर लगाना है, यह दाद की अचूक दवा है जो सिघ्र ही काम करती है।
3- गेंदे के फूल से दाद का इलाज - गेंदे के फूल के रस से दाद खाज का इलाज होता है और ज्यादा पुरानी दाद होने पर यह नुस्का काम नही करता है क्योंकि दाद , कवक भी कई प्रकार के होते हैं अगर आपका दाद खाज गेंदे के रस को लगाने से ठीक हो जाता है तो बहुत अच्छी बात है क्योंकि इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता और यह प्राकृतिक चीज है आप इसे यूज कर सकते हैं आप दो-चार दिन यूज़ करें अपको आराम मिलना शुरू हो जाता है और शुरुआत है तो दाद पूरी तरह से ठीक भी हो जाता है ,
4- अंजीर के दूध से दाद का इलाज - अंजीर के पेड से निकलने वाले दूध को आप दाद से प्रभावित स्थान पर लेप कर सकते है जिससे त्वचा से सम्बंधित बिमारिया जड से समाप्त हो जाती है साथ ही आप चाहे तो बादाम के साथ अंजीर को खाने से दाद, और चमड़ी के सारे रोग ठीक हो जाते है। - पके अंजीर को बराबर की मात्रा में सौंफ के साथ चबा-चबाकर सेवन करें। अंजीर का सेवन आपको 1 से 2 माह तक लगातार करना है अंजीर को खाने से लीवर सही से कार्य करने लगता है और आपकी शारीरिक दुर्बलता दूर हो जाती है।
5- दाद खाज खुजली की दवा है एलोवेरा (Aloevera is Beneficial for Ringworm in Hindi)
एलोवेरा एंटी-फंगल और जीवाणुरोधी होते है। प्रभावित त्वचा पर सीधे ऐलोवेरा जेल को लगाएं और रात भर के लिए छोड़ दें। यह दाद चकत्ते आदि को ठीक (khujli ke upay) करता है तथा यह त्वचा की स्वस्थ करने के लिए कईं पोषक तत्व और मिनरल प्रदान करता है।
6- सेम के पत्ते से - दाद की समस्या करे दूर सेम की फली (Sem Beans Benefits in Ringworm in Hindi) दाद की समस्या है तो वहां सेम के पत्ते का रस लगाने से दाद या रिंगवर्म जल्दी ठीक होता है साथ ही पुनः दुबारा फंगस का जल्दी संक्रमण नही होता है
7- नीम के तेल से - नीम और एलोवेरा में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो बैक्टीरिया को आसानी से खत्म करते हैं। ऐसे में दाद की समस्या से छुटकारा पाने के लिए नीम की पत्तियों के पेस्ट में थोड़ा सा एलोवेरा डालकर अच्छे से मिक्स कर लें। इसके बाद इसे दाद में लगाकर हल्के हाथों से मालिश कर लें। आपको सीघ्र ही लाभ प्राप्त होगा ,
8- दाद खाज खुजली की दवा है नारियल का तेल (Coconut Oil: Home Remedies for Ringworm in Hindi)
नारियल का तेल या गरी का तेल जिसे आमतौर पर कोकोनट आयल भी कहा कहा जाता है जो त्वचा संबंधी बिमारियों मे बहुत ही लाभदायक माना जाता है। नारियल का तेल एक प्राकृतिक एंटीवायोटिक कारक है है जो आपकी त्वचा को स्वास्थ्य प्रदान करता है जिससे त्वचा सम्बंधित बिमारिया निस्क्रिय हो जाती है और प्रभावित क्षेत्र पर नारियल का तेल लगाने से आराम (dad ke upay) मिलता है।
9- दाद खाज खुजली की दवा है करेले का रस और गुलाबजल (BitterGourd and Rose Water: Home Remedies to Treat Ringworm in Hindi)
करेले के पत्ते का रस और गुलाबजल मिलाकर लगाएं। इससे दाद खाज खुजली में तुरंत फायदा होता है। बेहतर फायदे के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर परामर्श लें।
10- दाद खाज खुजली की दवा है इमली के बीज (Imli Paste: H0me Remedy for Ringworm Treatment in Hindi)
इमली का बीज दाद की बिमारी मे बहुत जल्दी राहत प्रदान करता है आपको कुछ इमली के बीज को लेना है तथा उसे अच्छी तरह पीसकर पेस्ट बना लेना है तत्पश्चात इसमे आपको नीबू का रस मिला लेना लेना है फिर प्रभावित जगह पर लगाना है इस प्रक्रिया से दाद बहुत जल्द ठीक हो जाता है।
दाद रोग मे सावधानिया -
1-दाद प्रमुख रूप से रिंग्वार्म द्वारा संक्रमण के कारण होता है जो शरीर की खुली तथा जननांगो पर तथा चेहरे पर ज्यादा फैलता है जो साफ सफाई कम रखते है तथा गंदे कपडे पहनते है,ध्यान रहे साफ सफाइ से रहे, दाद हो जाने पर साबुन का इस्तेमाल नहीं करे
2- नहाते समय नीम के पत्ते पानी में उबाल कर ठंडा कर के इस्तेमाल करे तत्पश्चात शरीर को सुखा कर नारियल तेल को हल्का गर्म करके कपूर की छोटी 2टिकिया मिला कर पूरे शरीर में मालिश करे
3- ज्यादातर लोग त्वचा रोग होने पर एलोपैथिक चिकित्सक के पास जाकर भयंकर ओर महा विनाशकारी अंग्रेजी मेडिसिन लेते हैं और अपने पाचनतन्त्र, किडनी, लिवर आदि शरीर के अनेक अंगों का कबाड़ा कर लेते हैं।
4- रक्त शुद्ध करने वाली आयुर्वेदक दवाएं 3 से 5 नहीं तक लेंगे, तब तक शरीर अनेक विकारों से घिरता जाएगा। आयुर्वेदिक औषधि Skinkey Malt 4 से 5 महीने दूध या जल से सेवन करें और सुबह की धूप बैठकर Skinkey oil पूरे बदन पर लगाकर स्नान करें।
5- बरसात में अक्सर होने वाली दाद, खाज, और खुजली तरह-तरह की त्वचा संबंधी समस्याओं को दर्शाती है। त्वचा को स्वच्छ रखें: बारिश के दौरान त्वचा को स्वच्छ और सुखी रखने का ध्यान रखें। यह खाज और दाद के निर्माण को कम कर सकता है। नहाने के बाद ध्यान से त्वचा को पोंछें और ज्यादा मोलिशराइज करें।
6- सूखे कपड़े पहनें: बारिशी मौसम में त्वचा को गीला होने से बचाएं और सूखे कपड़े पहनें। इससे त्वचा के संपर्क में आने वाले विषाणुओं की संख्या कम होगी।
7- स्वच्छ और सूखी जगह में रहें: बारिश के दौरान नमी वाली और गंदी जगहों में घूमने से बचें। इससे त्वचा संबंधी समस्याएं और इंफेक्शन का खतरा कम होगा।
8- विटामिन सी युक्त आहार का सेवन करें: विटामिन सी त्वचा के लिए बहुत लाभकारी होता है। इसलिए, बारिश के मौसम में अधिक मात्रा में नींबू, आंवला, टमाटर, कीवी, और संतरा जैसे विटामिन सी युक्त फलों और सब्जियों का सेवन करें।
निष्कर्ष
इन उपायों को अपनाने से आप बारिश में होने वाली दाद, खाज, और खुजली से बच सकते हैं। यदि आपकी समस्या बढ़ रही है तो आप डर्मोलाजिस्ट से तुरंत सम्पर्क करे ।
अस्वीकारण: यह पूरा आर्टिकल एक सामान्य जानकारी प्रदान करता है. तथा सेहत का राज ब्लोग किसी भी प्रकार का दावा पेश नही करता है आप किसी भी प्रकार से आर्टिकल मे दी गयी जानकारी को स्वविवेक के आधार पर ही प्रयोग करे...
धन्यवाद